हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस रिवायत को "मुस्तद्रक अलवसायल" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امام جعفر صادق علیه السلام
لَيْسَ نَبِىٌّ فِى السَّمواتِ وَاْلأرْضِ، إِلاّ يَسْـأَلوُنَ اللّه َ تَبارَكَ وَ تَعـالى أَنْ يُؤْذَنَ لَهُمْ فِى زِيارَةِ الْحُسَيْنِ عليه السلام، فَـفَـوْجٌ يَنْـزِلُ وَ فَـوْجٌ يَعْـرِجُ.
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
आकाशों और धरती में कोई नबी नहीं है, सिवाय इसके कि वह अल्लाह तआला से चाहता है कि इसे इमाम हुसैन अ.स. की ज़ियारत की अनुमति मिल जाए बस अंबिया का एक गिरोह कर्बला में नाज़िल होता है और दूसरा गिरोह वहां से उड़ जाता हैं।
मुस्तद्रक अलवसायल,भाग,10,पेंज 224